Friday, April 10, 2020
मेरी पहली कविता
मेरे लफ्जो से अब तुम क्या - क्या पूछोगी मेरा हर ख्याल तुम्हारा ,मेरी हर सांस तुम्हारी, मेरी आवाज तुम्हारी ,मेरी धड़कन हर पल तुम्हारे लिए धड़कती है | जब मैं पानी पीता हूं तो बूंद बूंद लगता है कि तुम मेरे अंदर जाती हो | सुबह से शाम ऐसा कोई पल नहीं , जब तुम मेरे दिमाग से अलग होती हो बस अब मेरे जेहन में यही सवाल है कि कब तुम मेरे बाहों में आकर मुझसे लिपट कर एक प्यारी सी कोमलता का एहसास दिलाओगी| हे प्रिये ! और तुम कितना प्रिय बनोगी अब मुझे अपने पास बुला लो , मेरे पास और कुछ नहीं है कहने को बस हर पल मेरे जेहन में यही सवाल चलता है ,मुझसे अब कुछ ना पूछो अपनी बाहों में भर लो 💕
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment